elephant story

10 Short Hindi Story for Kids with Moral

कहानियां हमेशा से हमारी जिंदगी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही हैं। ये हमें सिखाती हैं कि हमारे जीवन में कैसे अनुभवों से भरा होता है। ये अनुभव हमें सही और गलत के बीच अंतर समझने में मदद करते हैं और हमें अधिक समझदार बनाते हैं।

Short Hindi Story

1. एक अहंकारी हाथी की कहानी Short Hindi Story for Kids with Moral

elephant cartoon

एक बार जंगल में एक हाथी रहता था। वह बड़ा होने के साथ साथ अपने ताकत का महसूस होने लगा। उसे अपनी ताकत के लिए जाना जाता था। लोग उससे डरते थे और उसकी रास्ते में आने से बचते थे।

एक दिन, उसके पास एक लोमड़ी आया। लोमड़ी कहने लगी कि आपकी ताकत बहुत बड़ी है। आप जंगल का बादशाह हैं। आप उस शेर को देखें, जो आपको देखकर भाग जाता है।

यह सुनकर हाथी का अहंकार बढ़ गया। उसने शेर के पास जाकर उसे देखने की बात कही। शेर ने हाथी को देखा और भाग गया।

फिर लोमड़ी ने हाथी से कहा कि आप देखो, आपकी ताकत से भी शेर की ताकत कम है।

हाथी बहुत नाराज हुआ और लोमड़ी को अपनी ताकत दिखाने के लिए कहा। लोमड़ी ने उसे देखा और भाग गई।

हाथी को एक समझदार बंदर ने बताया कि ताकत से बड़ा अहंकार होता है। अब तुम लोमड़ी को ढूंढ नहीं पाओगे।

हाथी ने अपने अहंकार से सीख ली और अब उसे कोई नहीं डरता था।

इस कहानी का मोरल है कि अहंकार से बचें। जब हम अहंकार करते हैं, तो हम गलत फैसले लेते हैं और अपनी समस्याओं को बढ़ाते हैं। जब हम दूसरों से ऊंचा दिखाने के लिए अहंकार करते हैं, तो हम उनसे दूर हो जाते हैं। इसलिए, हमेशा अपने स्वभाव को संतुलित रखें और दूसरों के साथ विनम्रता से व्यवहार करें।

Moral : यह कहानी बच्चों के लिए बहुत ही सीखदायक है। इसके अलावा, यह अधिक उम्र के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है। अहंकार को दूर करने से हम खुश और संतुष्ट जीवन जी सकते हैं।

2. शेर और चूहे की कहानी Short Hindi Story for Kids with Moral

lion and mice cartoon

एक जंगल में एक शेर रहता था, जो बहुत गर्व के साथ जंगल के राजा के रूप में जाना जाता था। एक दिन, उसने एक चूहे को देखा और उसे पकड़ने के लिए दौड़ा। लेकिन उसने चूहे को पकड़ नहीं पाया और वह गायब हो गया। फिर से वह चूहे की खोज में निकला और इस बार उसने उसे पकड़ लिया। वह चूहे को खा गया और खुश होकर वापस लौट आया।

थोड़ी देर बाद, उसने अपने पेट में भूखा होने की भावना महसूस की और उसने देखा कि उसे उस चूहे से ज्यादा खाने की जरूरत थी। वह दूसरे जानवरों की खोज में निकला और उसने बहुत लम्बी दौड़ की लेकिन वह कुछ नहीं पा सका। फिर वह थक गया और दौड़ नहीं पाया।

उसने सोचा कि वह गर्व करता है कि वह जंगल का राजा है फिर भी उसे कुछ भी नहीं मिला। फिर उसे याद आया कि चूहे को पकड़ने के लिए दौड़ने से उसे थकान हुआ था। इससे उसने सीखा कि गर्व और अहंकार से बचना चाहिए।

Moral:  इस कहानी का मोरल है कि अहंकार और गर्व से बचना चाहिए।

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3. चूहे की कहानी Short Hindi Story for Kids with Moral

mice cartoon

एक समय की बात है, जंगल में एक चूहा रहता था। वह अपने घर में सुरक्षित रहता था लेकिन उसे बार-बार भूख लगती थी। एक दिन वह खाने के लिए अपने घर से बाहर निकला था। वह खाने की तलाश में विभिन्न जगहों पर घूमता रहा।

अचानक वह एक खाद्य स्थान पर पहुंचा जहां पर दूसरे चूहे भी खाने के लिए आए थे। वे सभी खाने के लिए लड़ रहे थे। उस चूहे को भी बहुत भूख लगी थी, इसलिए वह भी खाने के लिए लड़ने लगा। वह अपनी ताकत का दिखावा करना चाहता था।

लेकिन जब दूसरे चूहे ने उससे पूछा कि वह उस स्थान में नया क्यों है, तो उसने अपने आप को परिचय नहीं दिया। दूसरे चूहे ने उसे आश्चर्य व्यक्त किया कि उसे इस स्थान के बारे में कुछ नहीं पता है।

दूसरे चूहे ने उसे सलाह दी कि वह उस स्थान से तुरंत भाग जाए, क्योंकि यहाँ कुछ खतरनाक हो सकता है। लेकिन उस चूहे ने दूसरे चूहे की सलाह नहीं मानी और लड़ना जारी रखा

चूहे को नहीं पता था कि यहाँ भीषण जानवर होते हैं, जो बड़ी ताकत वाले होते हैं। चूहा अपनी ताकत का दिखावा करना चाहता था, लेकिन इससे वह खुद को खतरे में डाल दिया।

बड़े भीषण जानवर आ गए और सभी चूहे भागने लगे, लेकिन चूहा अभी भी लड़ रहा था। जब भीषण जानवर ने उसे पकड़ लिया, तब वह बचने के लिए न तो ताकतवर था और न ही तेजी से दौड़ सकता था। उसकी जान की परेशानी हो गई थी।

अंत में, वह भी दूसरे चूहों के साथ भागने लगा। वह दूसरों से पूछता रहा कि वह क्यों भाग नहीं रहे थे। लेकिन सभी उसे अन्यायी समझते थे क्योंकि उसने अपनी ताकत का दिखावा करना चाहा था।

इस कहानी से हमें यह भी सीख मिलती है कि हमें अनुभवों से सीखना चाहिए। चूहा अपनी ताकत का दिखावा करना चाहता था, लेकिन उसे अपनी सीमाओं के बारे में नहीं पता था। यदि वह अपने अनुभवों से सीखता, तो वह अपने आप को बचा सकता था।

4. एक बूढ़ा आदमी की कहानी Short Hindi Story for Kids with Moral

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एक बूढ़ा आदमी था जो अपने बेटे के साथ रहता था। वह बहुत गरीब था और उसके पास कुछ भी नहीं था। एक दिन उसने अपने बेटे से कहा, “बेटा, मैं बहुत पुराना हो गया हूँ और मेरे पास कुछ नहीं है। मैं तुझसे एक विश करता हूँ, मैं तुम्हारे लिए अपनी समस्त भूमि को बेच दूँगा और फिर उस पैसे से हम दोनों की जिंदगी गुजारा करेंगे।”

बेटा बहुत चिंतित हो गया क्योंकि वह अपने पिता को खुश रखना चाहता था। लेकिन फिर उसने सोचा कि वह अपने पिता के लिए कुछ कर सकता है। उसने अपने पिता से कहा, “पिताजी, आपके बिना मेरी जिंदगी अधूरी हो जाएगी। मुझे अपनी जमीन बेचने की जरूरत नहीं है।”

बूढ़ा आदमी बहुत खुश हो गया और उसने अपने बेटे को गले लगा लिया।

दोनों बहुत खुश रहते थे। लेकिन बूढ़े आदमी को थोड़ी ही देर में अपने विश का पछतावा हो गया। वह सोचता रहता था कि अगर उसने अपनी जमीन नहीं बेची होती तो उसकी बेटी की शादी का खर्च भी निकल जाता और वह उसे खुश कर पाता। फिर उसने सोचा कि उसने अपने बेटे को उसके फैसले में शामिल नहीं किया था और उसकी देखभाल के लिए अधिक धन की जरूरत हो सकती है।

बूढ़ा आदमी अपने बेटे को अपने घर बुलाकर उससे माफी मांगता है और उसे अपनी जमीन बेचने के बारे में बताता है। उसने अपने बेटे को समझाया कि एक सही फैसला लेने के लिए हमें अपने सबसे करीबी लोगों के सलाह और सहयोग की आवश्यकता होती है।

Moral: इस कहानी का मोरल है कि एक सही फैसला लेने के लिए हमें सोच समझकर करना चाहिए और हमेशा अपने परिवार और दोस्तों की सलाह और सहयोग लेना चाहिए। हमें सिर्फ अपने फायदे की सोच से नहीं बल्कि दूसरों के हित के लिए भी फैसला लेना चाहिए।

5. एक शिकारी की कहानी Short Hindi Story for Kids with Moral

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एक बार एक शिकारी जंगल में शिकार करने के लिए निकला था। उसने अपने साथ एक कुत्ता भी लिया था। वह दोनों शिकार के लिए भटक रहे थे।

अचानक उन्हें एक हिरण नजर आया। शिकारी ने उस पर ताकत लगाई और उसके पीछे दौड़ने लगा। वह दौड़ते दौड़ते बहुत दूर तक भटक गया। उसने अपने कुत्ते को भी साथ ले जाना भूल गया।

अब उसे वापस रास्ते पर लौटना था, लेकिन वह रास्ते का पता नहीं था। अब उसे बहुत खेद होने लगा क्योंकि वह अकेला था और उसे कुत्ता भी नहीं मिल रहा था।

तभी उसने दूसरे शिकारियों को देखा। उनमें से एक शिकारी ने उसे पहचान लिया और उसको अपने साथ ले जाकर उसे उसकी गाड़ी में बैठा दिया। शिकारी ने उसे उसके घर तक सुरक्षित तरीके से पहुंचाया।

Moral: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी अपने साथियों को अकेले नहीं छोड़ना चाहिए। जब हम किसी की मदद करते हैं, तो उसके बदले में उससे कुछ न कुछ हमें मिलता है। अगर शिकारी ने अपने कुत्ते को साथ ले जाकर चला जाता तो शायद वह भटकता रहता और उसे अपने घर तक पहुंचने में बहुत मुश्किल होती। इसलिए हमें अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों और समुदाय के लोगों का साथ देना चाहिए।

इसके अलावा, शिकारी की गलती यह भी थी कि वह बिना रास्ते के पता किए शिकार करने निकला था। हमें अपने काम को ध्यान में रखना चाहिए और इसे ठीक से प्लान करना चाहिए। अगर हम अपने काम को सही ढंग से करते हैं तो हमें सफलता जरूर मिलती है।

इस कहानी से हमें दो महत्वपूर्ण सीख मिलती हैं – पहली बात, दोस्तों, परिवार और समुदाय के सदस्यों का साथ देना और दूसरी बात, अपने काम को सही ढंग से प्लान करना।

6. एक मेंढक की कहानी Short Hindi Story for Kids with Moral

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एक छोटा सा मेंढक जंगल में रहता था। वह जंगल के अन्य सभी जानवरों से बहुत अलग था क्योंकि वह बाकी सभी जानवरों से काफी छोटा था। वह अकेला होकर बहुत उदास रहता था क्योंकि उसे समझ नहीं आता था कि उसके आस-पास के जीव उससे क्यों बड़े थे।

एक दिन, जब मेंढक अपने आप से बेहतर महसूस करने लगा तो उसने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। वह अपनी सोच के अनुसार आगे बढ़ना शुरू कर दिया।

मेंढक अपने आप को एक ऊंची चोटी पर पहुंचाने के लिए कई बार प्रयास करता रहा। वह अपने हाथ-पैर फैलाता और फिर से उन्हें खींचता था, लेकिन कुछ नहीं होता था।

उस वक्त, उसे एक चिड़िया ने देखा और पूछा, “अरे मेंढक, तुम क्या कर रहे हो? तुम्हारे आस-पास के सभी जानवर तुमसे बड़े होते हुए भी तुम ऊंची चोटी पर क्यों नहीं पहुंच सकते?”

मेंढक ने बताया, “मैं उस ऊंची चोटी पर पहुंचना चाहता हूं, लेकिन मैं उतना ताकतवर नहीं हूं चिड़िया ने फिर पूछा, “तो क्या तुमने कभी सोचा है कि तुम्हारी ताकत कहां है?”

मेंढक ने सोचा और उत्तर दिया, “नहीं, मैंने कभी उस बारे में नहीं सोचा।”

चिड़िया ने कहा, “तुम्हारी ताकत तुम्हारी प्रयास करने की शक्ति है। तुम जो चाहते हो, उसे हासिल करने के लिए अपने आप पर विश्वास करना होगा। न कि अपनी कमजोरियों पर।”

मेंढक ने उस दिन से अपनी ताकत पर विश्वास करना शुरू कर दिया। वह एक बार फिर से उस ऊंची चोटी की ओर बढ़ने लगा। इस बार, उसने अपने आप पर विश्वास किया और बिना किसी मदद के उस ऊंची चोटी पर पहुंच गया।

Moral: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने आप पर विश्वास करना चाहिए। अगर हम जीतना चाहते हैं तो हमें अपने स्वयं को ताकतवर साबित करना होगा। इस तरह से हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं, चाहे वह कितना भी मुश्किल हो।

7. एक गरीब आदमी की कहानी Short Hindi Story

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एक गरीब आदमी अपने गाँव में रहता था। उसके पास खाने के लिए धन नहीं था और वह हमेशा भूखा रहता था। एक दिन उसने सोचा कि वह अपनी तकलीफ से छुटकारा पाने के लिए शहर जाकर कुछ नया करना चाहता है।

उसने अपनी नौकरी छोड़ दी और शहर में जाकर एक नई शुरुआत की। उसने एक छोटे से दुकान को किराए पर लिया और वहां गांठी बनकर खुद को नए जीवन की शुरुआत के लिए तैयार किया।

उसकी गांठी बहुत चलने लगी और उसकी दुकान में लोग अधिक मुसाफिर होने लगे। उसे जीवन में सफलता मिली और उसकी आर्थिक स्थिति भी सुधरने लगी।

लेकिन एक दिन उसे याद आया कि उसने कभी गाँव में रहते हुए भी अपने परिवार को संभालने के लिए पैसे नहीं दिए थे। उसने विचार किया कि वह शहर में सफल तो हो गया है, लेकिन उसे अपने गाँव में भी अपने परिवार की मदद करनी होगी।

उसने अपनी गांठी बेच दी और उस पैसे से गाँव में अपने परिवार की मदद की। उसने एक सालों तक वह गाँव में रहकर अपने परिवार की देखभाल करता रहा और उन्हें उनकी जरूरतों के अनुसार सब कुछ प्रदान करता रहा। वह अपने जीवन के सबसे खुश और संतुष्ट दिनों में था जब उसने अपने परिवार को सुख दिया था।

उसने सीखा कि सफलता और धन केवल खुशियों का एक स्रोत नहीं होते हैं। वह अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण पाठ को कभी नहीं भूलेगा और हमेशा याद रखेगा कि जीवन की सफलता और सुख न सिर्फ धन से होते हैं।

इस गरीब आदमी की कहानी हमें यह बताती है कि हमें धन और सफलता के पीछे दौड़ने से पहले अपने परिवार और समाज के लिए अपना सही कर्तव्य निभाना चाहिए। समाज की मदद करना हमारी जिंदगी का मूल उद्देश्य होना चाहिए।

8. एक मछुआरा  की कहानी Short Hindi Story

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एक समय की बात है, एक मछुआरा था जो समुद्र के किनारे रहता था। वह रोज समुद्र में मछलियों की तलाश में जाता था। एक दिन उसने एक बड़ी मछली पकड़ी और उसे बेचने के लिए बाजार ले गया।

बाजार में, एक धनवान व्यापारी ने उसे देखा और उससे मछली खरीद ली। मछुआरा बहुत खुश हुआ क्योंकि उसने बहुत सी धनराशि कमाई थी।

परेशानी यह थी कि वह अगले दिन समुद्र में जाना चाहता था, लेकिन उसके पास कोई नई मछली नहीं थी। फिर उसने सोचा कि वह वही मछली फिर से पकड़ सकता है, जिसे उसने बेचा था।

अगले दिन, वह समुद्र में गया और उसी जगह पर उसी मछली को पकड़ा। उसने समझा कि इस बार वह इस मछली को खुशकिस्मती से रिकवर करेगा और फिर उसे बेचकर अधिक धन कमाएगा।

पर जैसे ही उसने मछली को पकड़ा, उसे एक अंजीर ने फंसा दिया। वह अपने हाथों को घुमाकर देखने लगा, लेकिन उसे अंजीर से छुटकारा नहीं मिला।

फिर उसने समझा कि इस मछली को अपने शिकार के रूप में नहीं पकड़ा जाना चाहिए था। यह मछली उसके लिए केवल एक उपहार थी, जिसे उसे उठाना चाहिए था।

उसने मछली को समुद्र में छोड़ दिया और वापस घर आ गया। वह यह जानकर खुश था कि उसने गलती से एक मछली को अपने नेतृत्व में रखने की कोशिश नहीं की।

इस घटना से उसने सीखा कि शिकार करने से पहले वह ध्यान से सोचना चाहिए और अपने काम का जिम्मा उठाना चाहिए। अब वह समुद्र में मछलियों का शिकार तो करता है, लेकिन ध्यान रखता है कि वह सिर्फ जितनी मछलियों की ज़रूरत होती है, वहीं पकड़े।

Moral: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने काम के लिए समझदारी से सोचना चाहिए और हमेशा अपने कर्तव्यों का जिम्मा उठाना चाहिए। जब हम ध्यान से सोचते हैं, तो हम अपने जीवन में सफल होते हैं और अपने साथ एक अच्छी और निरोगी समाज का निर्माण करते हैं।

9. कछुआ और एक खरगोश की कहानी Short Hindi Story

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जंगल में एक कछुआ और एक खरगोश रहते थे। दोनों दोस्त थे। एक दिन, खरगोश ने कछुए से कहा, “तुम बहुत धीमे हो। मैं तो तुमसे बहुत तेज दौड़ सकता हूं।”

कछुआ ने खरगोश को देखा और कहा, “ठीक है, अगले हफ्ते हम एक दौड़ में मुकाबला करेंगे।”

अगले हफ्ते दोनों की दौड़ लगाई गई। सुबह तैयारी के बाद, खरगोश दौड़ने लगा। कछुआ धीरे-धीरे चल रहा था ।

खरगोश थक चुका था और उसने सोचा कि उसे थोड़ा आराम करना चाहिए। कछुआ धीरे-धीरे चलते हुए अपनी मंजिल के पास पहुंच चुका। खरगोश नींद से जाग उठा और दौड़ना शुरू कर दिया। लेकिन कछुआ पहले ही फिनिश लाइन पार कर चुका था।

खरगोश हार गया था। वह अब समझ गया था कि धीमे और स्थिरता से दौड़ना जीत की एक बहुत बड़ी चीज होती है।

इस बात से खरगोश ने सीख ली कि होशियारी और तेज़ी एक दौड़ को जीत नहीं सकती है। कहते हैं जब खरगोश अपनी हार स्वीकार कर ली तो उसने उस समय निश्चित किया कि वह किसी की सफलता के लिए जलने की जगह सीख लेगा।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि धीमे और स्थिरता बहुत जरूरी होती है जीत के लिए। हमें अपनी मेहनत और सही दिशा की ओर से कदम बढ़ाना चाहिए। यह हमें अपने लक्ष्य तक पहुंचाने में सहायता करेगी।

Short Hindi Story Moral: इस छोटी सी कहानी से हम भी सीखते हैं कि हमें किसी के सफलता से जलने की जगह उस सफलता से सीख लेना चाहिए। हमें सफलता के लिए मेहनत करनी चाहिए और अपने काम में धीमे और स्थिरता रखनी चाहिए।

10. एक गांव की कहानी Short Hindi Story

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एक छोटा सा गांव था जिसमें एक समुदाय रहता था। वे सभी एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे और एक साथ मिलकर रहते थे। गांव के आसपास हरी भरी जंगल था जो खूबसूरत वातावरण बनाता था।

एक दिन एक बड़ा सांप गांव के पास से गुजर रहा था। सभी लोग बहुत डर गए क्योंकि उन्हें लगा कि यह सांप खतरनाक हो सकता है। लेकिन एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया कि यह सांप बहुत ही सामान्य है और इसे छोटे से गांव के लिए कोई खतरा नहीं हो सकता है।

इसके बाद सभी लोग शांत हो गए और सांप को बिना डरे गुजरने दे दिया। इससे वे समझ गए कि अक्सर हमारे दिमाग में डर की सोच बनी रहती है, जो हमें असंभव चीजों से डराती है।

इस छोटे से गांव में लोगों की अनोखी दोस्ती थी और वे हमेशा एक दूसरे की मदद करते रहते थे। यह उन्हें एक दूसरे से बेहतर रिश्ते बनाने का मौका देता था और गांव को एक साथ लेकर चलने में मदद करता था। इस गांव की कहानी बहुत लम्बी है, लेकिन यह एक ऐसी जगह है जहां लोग खुशी के साथ रहते हैं। वे अपने क्षेत्र में कृषि करते हैं और एक दूसरे की मदद करते हुए अपनी ज़िन्दगी जीते हैं। यह गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और परंपराओं के लिए भी जाना जाता है।

इस गांव में सभी लोग एक दूसरे का साथ देते हैं और समस्याओं का समाधान निकालने में एक साथ काम करते हैं। यह उनकी स्थायीता के लिए बहुत जरूरी होता है और वे अपने साथियों के साथ ज़िन्दगी बहुत आसान बनाते हैं।

एक दिन गांव में बहुत तेज बारिश हुई, जिससे जंगल का पानी ऊपर उठ गया और नदियों में बढ़ाव हो गया। लोगों ने इस समस्या का सामना करना सीख लिया था और उन्होंने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर बहुत काम किया था।

गांव के लोगों ने एक एक करके खेतों को ऊंचा कर दिया था और घरों को ऊपर बनाना शुरू किया था। वे भविष्य के लिए तैयार रहते हैं और अपने साथियों के साथ एकजुट होकर आगे बढ़ते हैं।

इस गांव में एक बहुत बड़ी समस्या थी और वह थी शिक्षा की कमी। लोगों के पास कुछ शिक्षा होती थी, लेकिन बहुत कम लोगों को ऊंची शिक्षा मिलती थी। इसलिए गांव के कुछ नौजवानों ने एक समूह बनाया जिसमें वे दिन में काम करते थे और रात में स्वयं को पढ़ाई देते थे।

उन्होंने शिक्षा के लिए एक छोटी सी जगह भी खरीद ली थी जहां वे सभी मिलकर अपनी पढ़ाई करते थे। इस समूह ने बड़ी मेहनत करते हुए अपने सपनों को पूरा किया और इस गांव में शिक्षा की कमी कम कर दी।

आज गांव में एक बहुत बड़ी स्कूल है जहां बहुत से नौजवान शिक्षा प्राप्त करते हैं। इस स्कूल में विभिन्न विषयों का पढ़ाई कराया जाता है और यहां के बच्चे बहुत तरक्की कर रहे हैं। इस गांव की सफलता का राज उसके लोगों की जोड़ी गई मेहनत, सहयोग और एकजुटता में है।

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