अयोध्या राम मंदिर दर्शन के लिए कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी Ram Mandir Ayodhya
Ram Mandir Ayodhya : रामचरितमानस के अनुसार श्री राम की जन्म भूमि अयोध्या एक बेहद खूबसूरत शहर था। सिटी का लेआउट वेल प्लांट था। जगह-जगह विशाल, भवन, मंदिर और गार्डन थे। सरयू नदी के चलते पानी की कोई कमी नहीं थी। इकोनामी भी काफी स्ट्रांग थी। दूर-दूर से आए ट्रेडर्स वहां दुकान लगाते थे। बाजार हमेशा ग्राहकों से भरा रहता था।
यह शहर आर्ट क्राफ्ट और कलर एंड एक्टिविटीज का एक प्रॉमिनेंट सेंटर था। कई विद्वान साधु संत भी यहां बसते थे। जिस कारण एजुकेशन और स्पिरिचुअलिटी का यहां से एक स्ट्रांग कनेक्शन था। अयोध्या उसे समय सच में वर्ल्ड की वन ऑफ द ग्रेटेस्ट सिटी थी। लेकिन क्या बिलीव करोगे कि आज हजारों साल बाद हजारों करोड़ों रुपए लगा के अयोध्या को उसकी कोई हुई ग्लोरी लोटी जा रही है। उसे एक वर्ल्ड क्लास सिटी में ट्रांसफॉर्म किया जा रहा है। अयोध्या के इसी मैजिकल ट्रांसपोर्टेशन को लिए जानते हैं इस लेख में अयोध्या धाम नगरी की यात्रा।
Ram Mandir Ayodhya
श्री राम का मंदिर राम मंदिर
इसके फीचर्स सुन के कोई भी मेस्मेराइज्ड रह जाएगा। राम मंदिर को वास्तु शास्त्र के अकॉर्डिंग नागरा स्टाइल में बनाया जा रहा है। मंदिर की ऊंचाई 161 फीट चौड़ाई 250 फीट और लंबाई पूरे 380 फिट होने वाली है। मंदिर में टोटल तीन फ्लोर्स होंगे और हर फ्लोर की हाइट 20 फीट होगी। 44 गेट्स होंगे और टोटल 392 पिलर्स होंगे जिनमें देवी देवताओं की मूर्तियां कर्व की जाएगी।
नगर शैली के अकॉर्डिंग मंदिर को एक जगह थी यानी एक प्लेटफार्म पे बनाया जा रहा है। एंट्री के लिए 16 फीट चौड़ी 32 स्टार्स है। डिसेबल्ड और एल्डरली क्लियर राम और लिफ्ट का भी प्रोविजन है। एंट्रेंस के अपोजिट साइड है। गर्भ गृह जहां राम लाला की मूर्ति स्थापित होगी गर्भ ग्रह और एंट्रेंस के बीच में। पांच मंडप होंगे कुडू मंडप, नृत्य मंडप और रंग मंडप एक के बाद एक होंगे और कीर्तन मंडप और प्रार्थना मंडप दोनों साइट्स में होंगे। मंडप बेसिकली बड़े हॉल्स होते हैं जहां प्रार्थना कीर्तन और बाकी रिचुअल्स परफॉर्म किए जाते हैं।
हर मंडप के ऊपर एक माउंटेन लाइक स्ट्रक्चर बनेगा, जिसे शिखर कहा जाता है और मंदिर का सबसे ऊंचा शिखर गर्ग ग्रह के ऊपर ही बनेगा। राम मंदिर के चारों तरफ टोटल 2400 फीट लंबी और 14 फीट चौड़ी एक रैक्टेंगुलर बाउंड्री बनेगी। जैसे पर कोटा कहा जाता है पर कोटा के चारों कॉर्नर्स में सूर्य देव, मां भगवती, गणपति और भगवान शिव का मंदिर बनेगा। नॉर्दर्न साइड में मां अन्नपूर्णा का मंदिर और सदन साइड में हनुमान जी का मंदिर भी बनेगा।
Ram Mandir Ayodhya Total Area राम मंदिर एरिया
राम मंदिर और बाकी का एरिया मिला के पूरा टेंपल कंपलेक्स अराउंड 78 का है, लेकिन इस 70 एकड़ में केवल 30% एरिया में ही कंस्ट्रक्शन है। बाकी के 70% एरिया में केवल पेड़ पौधे जिसका में ऑब्जेक्टिव है एनवायरमेंट और वॉटर कंजर्वेशन इसी टेंपल परिसर में रामायण। जुड़े हुए कुछ प्रमुख किरदार जैसे महर्षि वाल्मीकि महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त, निषाद राज, माता शबरी और देवी अहिल्या के भी मंदिर बनाए जाएंगे।
Pilgrims Facilities Ram Mandir Ayodhya श्रद्धालुओं के लिए फैसेलिटीज
श्रद्धालुओं के लिए भी यहां कई फैसेलिटीज दी गई हैं। जैसे 25000 लोगों के लिए लॉकर फैसिलिटी हॉस्पिटल की व्यवस्था है। नेचरली देश और दुनिया के अलग-अलग हसन से लोग यहां दर्शन करने आएंगे।
Language Facilities
इसीलिए राम मंदिर ट्रस्ट ने लैंग्वेज एक्सपर्ट्स की एक टीम बनाने का फैसला लिया है जो इंडिया की अलग-अलग लैंग्वेज बोलने वाले देवोतीस को असिस्ट करेंगी। साथ ही साथ ये लैंग्वेज एक्सपट्र्स फॉरेन लैंग्वेज इस बोलने वाले विजीटर्स को भी दर्शन करने में हेल्प करेंगे।
ये पूरी दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मंदिर होगा और पूरी दुनिया के हिंदू के लिए सबसे इंपॉर्टेंट तीर्थ स्थल भी मंदिर की ओपनिंग के बाद अयोध्या में हर दिन तीन से पांच लाख विजिटर्स की आने की उम्मीद है और इसीलिए अयोध्या में इन लोगों को पहचानने के लिए कमल के इनिशिया टिप्स लिए गए हैं।
अयोध्या रेलवे स्टेशन
सबसे पहले तो 240 करोड रुपए लगा के अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन को बनाया गया है। इस तीन मंजिल है स्टेशन में वॉशरूम फूड। सब वेटिंग हॉल्स एस्केलेटर और लाइव जैसी सभी फैसेलिटीज अवेलेबल है, लेकिन सबसे ज्यादा स्पेशल है। स्टेशन का डिजाइन जो खुद मंदिर से इंस्पायर्ड है।
बिल्डिंग के टॉप पे नजर स्टाइल के दो शिकार लगाए गए हैं और केंद्रीय डम का टॉप भगवान राम के मुकुट से इंस्पायर्ड है। 30 दिसंबर को इसी स्टेशन से दो नई अमृत भारत ट्रेंस और छह नहीं बंदे भारत ट्रेस भी लॉन्च की गई थी। कुल मिला के अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन किसी एयरपोर्ट से काम नहीं है।
अयोध्या एयरपोर्ट
अब एयरपोर्ट का जिक्र ही गया है तो बात करते हैं। अयोध्या के ब्रांड न्यू इंटरनेशनल एयरपोर्ट की रेलवे स्टेशन की तरह एयरपोर्ट का डिजाइन भी राम मंदिर से इंस्पायर्ड है। एयरपोर्ट का नाम रामचरितमानस के क्रिएटर के नाम पे महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा गया है। ये एयरपोर्ट बाहर से तो ट्रेडिशनल दिखता है लेकिन अंदर से। उतना ही मॉडर्न है।
एयरपोर्ट प्रेमिसेस में फाउंटेन रेन, वाटर, हार्वेस्टिंग, सोलर, पावर, प्लांट और वाटर और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसे मॉडर्न फीचर्स हैं। इन्हीं फीचर्स के कारण इस एयरपोर्ट को गृह फाइव स्टार रेटिंग फॉर एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी मिली है। एयरपोर्ट की खास बात ये है कि इसके इंटीरियर में लोकल आर्ट और पेंटिंग्स के थ्रू श्री राम की लाइफ को दिखाया गया है। बेसिकली यहां लैंड होते ही लोगों को एहसास हो जाएगा कि वो श्री राम की नगरी में पधार चुके हैं। एयरपोर्ट का एक है हर साल 10 लाख पैसेंजर को क्रिएटर करना और यहां ऑपरेशंस ऑलरेडी स्टार्ट हो चुके हैं।
रोड इंफ्रास्ट्रक्चर
रोड इंफ्रास्ट्रक्चर पे भी तेजी से कम हो रहा है। अयोध्या की नेशनल लेवल कनेक्टिविटी को इंप्रूव करने के लिए अयोध्या जगदीशपुर न 330 हाईवे और अयोध्या अकबरपुर बसखारी फोर लेन हाईवे बनाया जा रहा है। करीब 4000 करोड़ लगा के अयोध्या के चारों ओर 70 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाई जा रही है और अयोध्या के अंदर राम मंदिर तक कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए रामपत, लक्ष्मण पथ, धर्म पाठ, भक्ति पथ, श्रद्धा पाठ, और भ्रमण पाठ, बनाए जा रहे हैं।
अयोध्या बस टर्मिनल
400 करोड़ के बजट के साथ एक वर्ल्डक्लास बस स्टेशन भी बनाया जा रहा है और यूपी के कई जिला इंक्लूडिंग अयोध्या में इलेक्ट्रिक बसेज इंट्रोड्यूस की जाने वाली है।
रेलवे एयरवेज और रोडवेज के बाद अब बात करते हैं। वॉटरवेज की इन सब के अलावा आप अयोध्या तक पानी के रास्ते से भी पहुंच सकते हैं। फाइनली बजट ट्रैवलर्स के लिए धर्मशालास होम स्टेस और गेस्ट हाउसेस भी अवेलेबल किए जाएंगे। लेकिन ये सारे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स तो केवल शुरुआत है।
अयोध्या को एक ग्लोबल स्पिरिचुअल कैपिटल बनाने का लक्ष्य
गवर्नमेंट का विजन है अयोध्या को एक ग्लोबल स्पिरिचुअल कैपिटल बनाना। इंडिया के कलर और ट्रेडीशंस को लोगों के सामने ब्यूटीफुल प्रेजेंट करना और इसकी शुरुआत अयोध्या में एंट्री करते ही हो जाएगी। अयोध्या तक जाने वाले सभी में हाईवेज पर ग्रैंड एंट्री गेट बनाए जा रहे हैं टोटल इट्स का प्लान अप्रूव कर दिया गया है। और इन गेट्स का डिजाइन भी मंदिर से इंस्पायर्ड है। जिसे देखते ही आपको एहसास हो जाएगा कि आप इंडिया के टेंपल टाउन में एंट्री कर रहे हैं। इन गेट्स का नाम भी रामायण के कैरेक्टर के ऊपर श्री राम द्वारा, लक्ष्मण द्वारा, हनुमान द्वारा, जटायु द्वारा, और गरुड़ द्वारा, रखा गया है। हर गेट के पास वर्ल्ड क्लास फैसेलिटीज जैसे बड़े पार्किंग लॉट्स और रेस्टोरेंट अवेलेबल रहेंगे।
Ayodhya Museum अयोध्या संग्रहालय
इसके बाद अयोध्या में करीब 50 एकड़ के एरिया में एक टेंपल म्यूजियम भी बनाया जा रहा है। इस म्यूजियम का ऑब्जेक्टिव है। विजिटर को इंडिया के सभी मेजर टेंपल्स की हिस्ट्री समझना आखिर एक टेंपल किसी पर्टिकुलर जगह पे ही क्यों बनाया गया उसे टेंपल की कंस्ट्रक्शन की फिलॉसफी और मैथर्ड क्या थी, वह पूजा के तरीके क्या थे।
ये सब यहां समझाया जाएगा। अयोध्या का एम है हर आगे ग्रुप के विजिटर को श्री राम की लाइफ से इंस्पायर करना। इसीलिए अयोध्या में इंडियन वर्जन ऑफ डिज्नीलैंड भी बनाया जा रहा है। जिसका नाम होगा राम लैंड यहां टेक्नोलॉजी का उसे करके श्री राम की कहानी सुनाई जाएगी। रामायण में जिन लोकेशन का जिक्र है उन्हें हूबहू बनाया जाएगा। अल्ट्रा मॉडर्न राइट्स। एक्सपिरिएंसेस और एंटरटेनमेंट ऑप्शंस भी होंगे। बेसिकली यहां लोगों को एजुकेशन और एंटरटेनमेंट का ब्लेड मिलेगा।
श्री राम स्टेचू
इसके अलावा अयोध्या में श्रीराम का स्टेचू भी बनाया जा रहा है जो दुनिया का टॉलेस्ट स्टैचू होगा। करेंटली वर्ल्ड का टॉलेस्ट स्टैचू है। गुजरात का स्टैचू ऑफ यूनिटी जिसकी हाइट टेस्ट 790 फीट, लेकिन श्री राम का 823 फीट का स्टेचू पूरा होने के बाद स्टैचू ऑफ यूनिटी कभी रिकॉर्ड तोड़ देगा।
अयोध्या सरयू रिवर प्रोजेक्ट्स प्लान
अयोध्या में बहने वाली सरयू नदी पे भी कई प्रोजेक्ट्स प्लान किए गए जैसे 300 करोड रुपए लगा के सरयू रिवर फ्रंट को पूरी तरह रेड डेवलप किया जा रहा है। साथ में सरयू में दो सोलर पावर मिनी क्रूज शिप भी एक्सपीरियंस की जा सकेंगे। इन्वेस्टियर्स का नाम रामायण वेसल होगा और ये लोगों को एक लग्जरी एक्सपीरियंस देगी।
ये क्रूज राइड गुप्ता घाट से चलेगी और राजघाट लक्ष्मण घाट राम घाट और लक्ष्मी घाट को कवर करने के बाद नया घाट पे और हूं बेसिकली पूरे अयोध्या की हिस्ट्री कर करेगी। क्रूज में डिलीशियस फूड, बॉक्स, सॉन्ग और डांस और बाकी फैसेलिटीज भी मौजूद होंगी और आगे चलके सरयू रिवर पे हाउसबोट भी प्लान की जा रही।
निष्कर्ष:
इन सभी विकास परियोजनाओं के चलते, अयोध्या एक वर्ल्ड क्लास सिटी बनने जा रही है। यह एक ग्लोबल स्पिरिचुअल कैपिटल के रूप में उभरेगा और पूरी दुनिया के लोगों को आकर्षित करेगा।
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